देश डिजिटलाइजेशन की तरफ तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है, 2020 में कोरोना महामारी के आने के बाद से ही लोगों ने इससे बचने के लिए भी कैश की वजय डिजिटल पेमेंट का रुख किया। इससे पेमेंट के लिए देश में कई एप्स का इस्तेमाल बढ़ गया जिसमें Paytm, Phonepe, Google Pay शामिल है। डिजिटल पेमेंट्स में बढ़ोतरी के साथ ही सरकार भी समय-समय पर लोगों की सुरक्षा और सहूलियत के लिए इनके नियमों में बदलाव करती रहती है। अभी ऐसा ही एक सर्कुलर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने जारी किया है जिसके मुताबिक वित्तीय वर्ष 2022-2023 के लिए Paytm, Phonepe, Google Pay और Mobikwik जैसे सभी लाइसेंस प्राप्त Prepaid Payment Instruments यानी PPI को इंटरऑपरेबल बनाना होगा।
इन सभी कंपनियों को ग्राहकों को एक E-Wallet से दूसरे कंपनी के E-Wallet में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देनी होगी। इसका मतलब यह होगा कि साल 2022 तक E-Wallet की सुविधा देने वाली Paytm, Phonepe, Google Pay और Mobikwik जैसी कंपनियां अपने ग्राहकों को एक कंपनी के E-Wallet से दूसरे कंपनी के E-Wallet में बिना किसी झंझट के पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देगी। इसके लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने कंपनियों से जरूरी तकनीकी बदलाव करने के लिए कहा है। साथ ही RBI का कहना है कि E-Wallet कंपनियां यूपीआई के जरिए भी इंटरऑपरेबलिटी की सुविधा दे सकती हैं।
वही कार्ड बेस्ड PPI जैसे Itz Cash, Sodexo कार्ड नेटवर्क जैसे इंटर इंटरऑपरेबलिटी के माध्यम से इसे पूरा कर सकते हैं इसके साथ ही गिफ्ट PPI जारी करने वाली कंपनियों के लिए RBI ने इंटरऑपरेबलिटी ऑप्शनल रखा है। जबकि रिजर्व बैंक ने इंटरऑपरेबलिटी के नियम से Mass transit system में इस्तेमाल होने वाले PPI-MTS को छूट दी है।
बता दें कि PPI-MTS में बसों में इस्तेमाल होने वाले कार्ड और मेट्रो में इस्तेमाल होने वाले कार्ड आते हैं। हालांकि देश में कुछ PPI-MTS पहले से ही इंटरऑपरेबलिटी की सुविधा देते हैं जैसे कि दिल्ली मेट्रो का मेट्रो कार्ड गुरुग्राम के रैपिड मेट्रो में भी काम करता है।
अब आपको बताते हैं कि कौन से ग्राहक इस सिस्टम का फायदा उठाने के लायक होंगे
- पीपीआई में इंटरऑपरेबलिटी की सुविधा सिर्फ वही ग्राहक उठा पाएंगे जो सभी KYC नियमों का पालन करेंगे
- यानी कि अगर आपका KYC पूरा हो रखा है तभी आप इस सुविधा का फायदा उठाने योग्य होंगे।
- वही जो कंपनी इंटरऑपरेबलिटी को शुरू करेगी उन्हें इससे जुड़ी शिकायतों के लिए भी एक प्रोसेस बनाना होगा
- शिकायतें लोकपाल नियमों के दायरे में आएगी।
बता दें कि अभी तक देश में ग्राहक किसी एक ऐप से दूसरे ऐप यानी की अगर आपके पैसे PayTM के E-Wallet में है तो आप उसे PhonePe या किसी और दूसरे ऐप में पैसे ट्रांसफर नहीं कर सकते। लेकिन आने वाले समय में यह मुमकिन होगा जिसके बाद ग्राहक को डिजिटल लेनदेन में आसानी होगी।
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